आज के समय में हर कोई नौकरी करने के बजाए व्यवसाय करने के इच्छुक है। ऐसा कहा जाता है की एक ऐसा व्यवसाय चुने जो की आपको वित्तीय लाभ के साथ साथ सुख-समृद्धि प्रदान करे। मौजूदा समय में व्यवसाय शुरू करना आसान है परंतु उसको सुचारु रूप से चालान और उससे मुनाफा कमाना बहुत कठिन कार्य है। ऐसे में ज्योतिष विज्ञान आपकी सहायता कर सकता है। व्यवसाय ज्योतिष विज्ञान (Business Astrology) ज्योतिष शास्त्र की एक महत्वपूर्ण इकाई है जो की जातक की कुंडली मे व्यवसाय भाव का आकलन करके आपको यह जानकारी देती है की आपके भाग्य मे व्यवसाय करना लिखा है या नहीं।
ज्योतिष मे व्यवसाय भाव का आकलन
एक जातक की कुंडली में कई ऐसे तत्व होते है जो की जो की जीवन के विभिन्न कारकों का प्रतिनिधित्व करते है। इसमे व्यवसाय भाव भी शामिल है। कुंडली की चंद्र चिन्ह, जन्म चंद्र नक्षत्र, आरोही और ग्रह स्थिति जातकों के जीवन के बारे में बहुत कुछ बताती है। कुंडली के इन भावों से हम ज्ञात कर सकते है की हमारे लिए सुख समृद्धि प्राप्त करने के लिए उचित मार्ग क्या है। विशेष रूप से नक्षत्र चंद्रमा से जुड़े होते है जिसे हम चंद्र नक्षत्र के नाम से भी जानते है। जातक की कुंडली में जिस भी नक्षत्र में चंद्र स्थित होता है उसे चंद्र नक्षत्र कहा जाता है और यह हमारी कुंडली का मुख्य नक्षत्र होता है।
करियर ज्योतिष के नजरिए से देखे तो जिस भी नक्षत्र में भाग्य स्वामी विराजमान होते है वे नक्षत्र जातक के करियर और व्यवसाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर हमे जातक के करियर और व्यवसाय से संबंधित जानकारी प्रदान करता है। साथ ही दसवे भाव के स्वामी जिस नक्षत्र में स्थित होते है वे भी जातक के व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करते है। इसलिए यदि हमें अपनी कुंडली नक्षत्र के विश्लेषण के बारे मे जानकारी प्राप्त करनी होते है तो हम किसी अनुभवी ज्योतिष (Chat with Astrologer) से सलाह लेते है।
नक्षत्रों के प्रकार
अश्विनी नक्षत्र: अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातकों का व्यक्तित्व असीम ऊर्जा, उत्सुकता, एवं ज्ञान से भरपूर होता है। इनके लिए कमांडर, डॉक्टर, स्पोर्ट्समैन, वाहन व्यापार, और शिक्षा से जुड़े व्यवसाय को शुरू करना अनुकूर परिणाम प्रदान करता है।
क्रतिक नक्षत्र: क्रतिक नक्षत्र मे जन्म लेने वाले जातक आम तौर पर उन चीजों मे माहिर होते है जिनमे उनकी रुचि अधिक होती है। इसलिए वे आध्यात्मिक शिक्षा, वित्त कार्य, बर्तन, क्रॉकरी व्यापारियों, चार्टर्ड एकाउंटें, आदि से संबंधित व्यापार कर सकते है।
रोहिणी नक्षत्र: इस नक्षत्र मे जन्म लेने वाले जातक ट्रेड, फार्मर, टेक्सटाइल एजेंसी, पायलट, साइंस प्रोफेसर, मिनरल ट्रेड सेक्टर, डेयरी ऑपरेटर जैसे व्यवसाय मे जा सकते है।
पुष्य नक्षत्र: इस नक्षत्र के जातक गेहूं, चावल, किराना , जनीति, इंजीनियरिंग, पानी के व्यापारियों, तेल / लोहे के उत्पादन-व्यापार, सर्जन डॉक्टर और वित्त से संबंधित व्यवसाय मे जा सकते है।