1 मुक्त और डिस्टेंस एजुकेशन दोनों की पहुंच आसान होती है इन दोनों में ही छात्र कभी भी अपनी पढ़ाई को दोबारा शुरू कर सकते हैं तथा अपनी नौकरी के साथ भी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं।
2 मुख्यतः मुक्त शिक्षा (Open Education) शनिवार और रविवार के निर्धारित समय में दी जाती है। वही दूरस्थ शिक्षा (Distance Education) सप्ताह में कभी भी आयोजित की जा सकती है।
3 मुक्त शिक्षा के लिए आपको शिक्षण संस्था जाना जरूरी होता है जबकि डिस्टेंस एजुकेशन में आप घर पर रहकर पढ़ाई कर सकते हैं।
4 मुक्त शिक्षा में आप शिक्षकों और छात्रों से सामाजिक संपर्क स्थापित करते हैं जबकि दूरस्थ शिक्षा में ऐसा नहीं होता।
5 मुक्त एजुकेशन में आपका अटेंडेंस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है आपको 75 फ़ीसदी उपस्थिति दर्ज करवाना पड़ता है लेकिन दूरस्थ एजुकेशन में अटेंडेंस को लेकर बाध्यता नहीं होती।
6 मुक्त एजुकेशन में आपको लैब और लाइब्रेरी की सुविधा मिलती है लेकिन डिस्टेंस एजुकेशन में ऐसा नहीं होता।
7 मुक्त एजुकेशन में छात्रों को अध्ययन और परीक्षा केंद्रों को चुनने का विकल्प दिया जाता है लेकिन डिस्टेंस एजुकेशन में यह विकल्प नहीं मिलता।
8 अक्सर देखा गया है मुक्त एजुकेशन की डिग्री, डिस्टेंस एजुकेशन की डिग्री के मुकाबले ज्यादा तवज्जो हासिल करती हैं।
9 डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए आपको शिक्षण संस्था जाना जरूरी नहीं होता जबकि मुक्त एजुकेशन के लिए जरूरी होता है।
10 इन दोनों ही शिक्षा व्यवस्थाओं के जरिए आप किसी भी उम्र में अपनी पढ़ाई शुरू कर सकते हैं।